“रणजी का तूफ़ान” — कौन है अनशुल कांबोज? जानिए करियर, आंकड़े और गेंदबाज़ी की रफ्तार
क्रिकेट की दुनिया में एक नया नाम तेजी से उभरा है — अनशुल कांबोज। घरेलू सर्किट की धमाकेदार गेंदबाज़ी से लेकर टेस्ट क्रिकेट तक पहुंचने की राह — उसकी कहानी आम नहीं, प्रेरणादायक है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे: अनशुल कौन है, उसके आंकड़े, ख़ास प्रदर्शन, चुनौतियाँ और आगे की संभावनाएँ।
1. परिचय: अनशुल कांबोज कौन है?
- पूरा नाम: अनशुल कांबोज
- जन्म: 6 दिसंबर 2000, करनाल, हरियाणा
- भूमिका: दायाँ हाथ मीडियम-पेस गेंदबाज़, ऑल-राउंडर झुकाव
- घरेलू टीम: हरियाणा
- IPL टीम: 2024 में मुंबई इंडियंस द्वारा चुने गए; 2025 में Chennai Super Kings ने उन्हें ₹3.4 करोड़ में खरीदा।
अनशुल की दायित्व भरी गेंदबाज़ी और निर्माण प्रक्रिया युवा क्रिकेटर्स के लिए प्रेरणा बन चुकी है। उनके प्रदर्शन ने न सिर्फ घरेलू स्तर पर ध्यान खींचा, बल्कि चयनकर्ताओं की निगाह में भी उन्हें लाया है।
2. करियर की शुरुआत & घरेलू सफ़र
प्रथम श्रेणी पदार्पण
अनशुल ने प्रथम श्रेणी (Ranji Trophy) में 17 फरवरी 2022 को हरियाणा की ओर से त्रिपुरा के खिलाफ शुरुआत की।
लिस्ट A और T20 पदार्पण
- लिस्ट A में 15 नवंबर 2022 को हरियाणा के लिए उनकी शुरुआत हुई।
- T20 प्रारूप में उन्होंने 22 अक्टूबर 2022 को पदार्पण किया।
सफलता की शुरुआत
- Vijay Hazare Trophy 2023-24 में उन्होंने 10 मैचों में 17 विकेट लिए और हरियाणा की पहली विजय में अहम भूमिका निभाई।
- इसके बाद उनकी ओर IPL फ्रेंचाइज़ियों का ध्यान गया, और उन्होंने 2024 में मुंबई इंडियंस की जर्सी उतारी।
- उसी समय उन्होंने Duleep Trophy प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया और वहाँ शानदार प्रदर्शन किया।
3. आंकड़े और प्रदर्शन (Stats & Highlights)
नीचे अनशुल के प्रमुख आंकड़े दिए गए हैं — विभिन्न प्रारूपों में उसकी गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी की तस्वीर:
बल्लेबाज़ी आँकड़े
| प्रारूप | मैच | रन | औसत | शीर्ष स्कोर |
|---|---|---|---|---|
| First-Class (FC) | 26 | 497 | 16.03 | 57 |
| List A | 25 | 55 | 9.17 | — |
| T20 | 30 | 66 | 13.20 | 17 |
गेंदबाज़ी आँकड़े
| प्रारूप | मैच | विकेट | औसत | इकॉनमी | स्ट्राइक रेट |
|---|---|---|---|---|---|
| First-Class | 26 | 82 | 24.09 | 3.15 | 76.57 |
| List A | 25 | 40 | 20.20 | 4.14 | — |
| T20 | 30 | 34 | 20.26 | 8.00 | — |
| Test | 1 | 1 | 89.00 | 4.94 | 108 |
इन आँकड़ों से साफ़ झलकता है कि अनशुल ने घरेलू स्तर पर अच्छी पकड़ बनाई है। विशेष रूप से प्रथम श्रेणी में उसने दो 5-विकेट स्पैल दिए हैं (5-for)
रिकार्ड प्रदर्शन
- 10/49 पारी: नवंबर 2024 में, केरला के खिलाफ रणजी मैच में अनशुल ने एक पारी में सभी 10 विकेट झटके।
- Duleep Trophy 2024-25 में शीर्ष विकेट लेने वालों में रहे — 3 मुकाबलों में 16 विकेट लिए।
4. गेंदबाज़ी शैली, गति और तकनीक
गेंदबाज़ी शैली
- अनशुल की गेंदबाज़ी स्किडी (skiddy) और ज़मीनी रेंज़ में तेज़ होती है, जिससे बल्लेबाज़ों को समय नहीं मिलता तैयारी करने का।
- वो लाइन-लेंथ में अचूक रहते हैं और सीम के पास सही स्थान बनाए रखते हैं।
- जब पिच पर bounce मिलता है, तो उनका गेंद ज़मीन से उठती हुई बल्लेबाज़ों को घुटने तक खींच सकती है।
गति
इन सबका मतलब यह है कि अनशुल सिर्फ़ गति का गेंदबाज़ नहीं है — वह योजना, नियंत्रण और बदलावों का संयोजन करके बल्लेबाज़ों को परेशान कर सकता है।
- मीडिया रिपोर्ट्स बताते हैं कि अनशुल समय-समय पर 135+ किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाज़ी कर लेते हैं।
- उनके पुराने कोच और समर्थक कहते हैं कि उन्होंने Glenn McGrath की स्पीड टिप्स और MS Dhoni की शांति मंत्र को अपनी गेंदबाज़ी में मिश्रित किया है।
5. अंतरराष्ट्रीय आयाम और टेस्ट डेब्यू
2025 में इंग्लैंड दौरे के दौरान, टीम इंडिया को पैस बॉलिंग में चुनौतियाँ थीं — Arshdeep Singh हाथ की चोट के कारण बाहर हो गए। इस बीच, BCCI ने अनशुल कांबोज को टेस्ट टीम में शामिल किया।
उनका Test डेब्यू मैनचेस्टर (Old Trafford) की चौथी टेस्ट पारी में हुआ।
वह भारत के 318वें Test क्रिकेटर बने।
अफसोस कि डेब्यू मैच में उन्होंने 1 विकेट लिया और औसत 89.00 का रहा।
न्यूज़ रिपोर्ट्स में कहा गया कि यह चयन विवादास्पद था क्योंकि कई लोग मानते थे कि Harshit Rana को अवसर मिलना चाहिए था।
कुछ आलोचकों ने कहा कि चयन में “KKR कोटा” (KKR quota) भूमिका निभा रही है — यानि टीम चयन में IPL संबंधों को महत्व दिया गया।
लेकिन कई पूर्व खिलाड़ियों ने अनशुल का دفاع किया और कहा कि प्रदर्शन करने का समय दें।
6. चुनौतियाँ और आलोचनाएँ
हर नए सितारे के सामने चुनौतियाँ होती हैं, और अनशुल भी उनसे अछूता नहीं:
- डेब्यू में निराश प्रदर्शन: टेस्ट में सिर्फ 1 विकेट लेना और औसत 89.00 होना यह दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कदम रखने में समय और अनुकूलता चाहिए।
- चयन प्रक्रिया पर सवाल: Harshit Rana को न चुनना और अनशुल को चुनने के निर्णय पर सवाल उठे।
- गति सीमाओं में वृद्धि आवश्यक: अगर अनशुल नियमित रूप से 135+ की गति बनाए रखें, तो उनका प्रभाव और बढ़ सकता है।
- अनुभव की कमी: विदेशी पिचों में, दबाव वाले मैचों में अनुभव बढ़ना होगा।
लेकिन ये सब बाधाएँ उतनी बड़ी नहीं जितनी वो लगती हैं — यदि अनशुल ने निरंतर प्रदर्शन किया और सीखना जारी रखा।
7. भविष्य की राह: कितना बड़ा खिलाड़ी बन सकते हैं?
यह कहा जा सकता है कि अनशुल कांबोज में वो सब कुछ है जो एक सफल तेज गेंदबाज़ में होना चाहिए:
- टीम इंडिया में अवसर: अगर प्रदर्शन जारी रहा, तो वे नियमित टेस्ट, ऑल-फॉर्मेट गेंदबाज़ बन सकते हैं।
- IPL और विदेशी लीगों में मांग: वे पहले ही IPL टीमों की पसंद बन चुके हैं; भविष्य में और अधिक फ्रेंचाइज़ी चुन सकते हैं।
- विविध पिचों पर महारत: विभिन्न तरह की पिचों पर गेंदबाज़ी कर पाने की कला उन्हें स्थिर बनाएगी।
- मानसिक दबाव और रणनीति: बड़े मैचों पर प्रदर्शन, बल्लेबाज़ों के खिलाफ योजनाएँ बनाना, कप्तानी सलाह देना आदि — यह उन्हें एक महान खिलाड़ी बनाएगा।
- अंशुल कम्बोज का सफर प्रेरक है — छोटे गाँव से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक। अगर उन्होंने अपनी गति, लाइन-लेंथ और फिटनेस को समय के साथ विकसित किया, तो भविष्य में क्रिकेट प्रेमियों को उनसे बड़े कारनामे देखने को मिल सकते हैं।
- हम उम्मीद कर सकते हैं कि आने वाले वर्षों में वह न सिर्फ घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी अपने नाम की चमक बिखेरेंगे।



